20 interesting information about Money |
दोस्तो आज हम पैसों के बारे में आपको 20 रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे है। पैसे मनुष्य द्वारा किये गए अविष्कारों में से सबसे महत्वपूर्ण अविष्कारों में से एक है। पैसों का इतिहास पशु लेन देन से कौड़ी तक फिर कौड़ी से गोले तक पहुँचा। उसके बाद यह धातु और फिर काग़ज से होते हुए आज इलेक्ट्रॉनिक मुद्रा तक का इसने सफ़र किया है।
- भारत के पैसों के सिक्कों को रुपए शब्द सन 1540 से 1545 में शेरशाह सूरी के द्वारा दिया गया था। रुपए का मतलब होता है चाँदी, बाद में इसे संस्कृत में रूप्यकम बना जिसका अर्थ भी चाँदी के सिक्के होते है।
- धातु के सिक्कों की शुरुआत लगभग 700 ईसा पूर्व के आस पास हुआ था। लिडियन संस्कृति सिक्के बनाने वाली पहली पश्चिमी संस्कृति है।
- दुनिया में सबसे सस्ती मुद्रा ईरानी रियाल (IRR) है। जिसकी कीमत 1 रुपए = 579.992 रियाल है।
- यूरोपियन देश नीदरलैंड में राम नाम का नोट चलता है। इस नोट को सबसे पहले महर्षि महेश योगी की संस्था “The Global Country of World Peace” ने साल 2002 में जारी किया। 1 राम यूरोप में 10 यूरो होता है। अगर आप इसे डॉलर से बदलेंगे तब इसकी कीमत 10 डॉलर रहेगी।
- अमेरिकी डॉलर में किसी एक व्यक्ति विशेष की तस्वीर नही होती। बल्कि दूसरे महान व्यक्तियों की तस्वीरें भी होती है। लेकिन भारत में सिर्फ महात्मा गाँधी जी की तस्वीर होती है।
- पूरे भारत का 73% धन अकेले भारत के सबसे अमीर लोगो के पास है जो भारतीय जनसंख्या में सिर्फ 1% है।
- दुनिया की सबसे मजबूत करेंसी डॉलर है, इसकी सबसे बड़ी वजह है विश्व व्यापार। क्योकि विश्व स्तर 80% व्यापार डॉलर में होती है।
- भारत और दूसरे देशों की करेंसी या नोट काग़ज की नही बल्कि 75% कॉटन और 25% लिनन की होती है।
- ब्रिटिश पाउंड दुनिया की ऐसी पुरानी करेंसी है जो आज भी उपयोग हो रहा है। ब्रिटिश पाउंड 1200 साल पुरानी करेंसी है।
- चीन दुनिया का वह पहला देश बना जिसने काग़ज का उपयोग नोट बनाने के लिए किया। चीन ने धातुओं से बने सिक्कों को काग़ज के नोट से बदल दिया। इसकी शुरुआत तांग राजवंश ने की थी, जो चीन में 618 ईसा पूर्व से 907 ईसा पूर्व तक हुकूमत की थी।
- दुनिया की सबसे महँगी करेंसी कुवैती दीनार है। 1 दीनार = 234 रुपये का होता है, कुवैत की GDP का 50 फीसदी हिस्सा अकेले तेल के निर्यात से आता है। बाकी का 50 फीसदी दूसरे सेक्टरों से प्राप्त होता है।
- भारत के स्वतंत्र होने के बाद सबसे पहले 1 रुपये का सिक्का पहली बार सन 1950 में बना था जो आज भी चल रहा है।
- भारत सरकार को 2000 का एक नोट छापने में 4.18 रुपये खर्च पड़ता है। वही 500 रुपये के नोट को छापने में 2.57 रुपये खर्च पड़ता है। 100 रुपये के नोट पर 1.51 रुपये और 10 रुपये का नोट छापने में 1.01 रुपये खर्च आता है।
- भारत सरकार को 10 रुपये के सिक्के छापने में प्रति सिक्का 6.10 रुपये खर्च आता है। यह भारत की किसी भी करेंसी को छापने में लगने वाली लागत में सबसे ज्यादा लागत है।
- पूरी दुनिया में ज्यादातर पैसों का लेन देन डिजिटल रूप में किया जाता है। जैसे कि ATM Net Banking के द्वारा किया जाता है। दुनिया में भौतिक रूप से सिर्फ 8% ही धन है बाकी सब डिजिटल रूप में मौजूद है।
- सबसे ज्यादा कर्ज अमेरिका के ऊपर है यह दुनिया का सबसे ज्यादा कर्ज लेने वाला देश है।
- भारत में सबसे ज्यादा कर्ज लेने वाला एकमात्र राज्य महाराष्ट्र है। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि भारत का सबसे अमीर राज्य भी महाराष्ट्र ही है।
- आज तक वैज्ञानिकों को यह पता नही चल पाया है कि सबसे पहले पैसों का अविष्कार किसने किया था। लेकिन धातु के सिक्कों के सबूत 700 ईसा पूर्व के मिले है जैसा कि हमने ऊपर बताया है।
- सन 1917 में 1 भारतीय रुपया 13 डॉलर के बराबर हुआ करता था।
- भारत जब आज़ाद हुआ उस वक़्त भारतीय रुपये की वैल्यू 1 रुपये = 1 डॉलर रह गयी। उसके बाद से भारत पर कर्ज बढ़ता गया। जाहिर है देश कंगाल था इसीलिए भारत को दूसरे देशों से कर्ज लेने पड़े।
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