Human history's 7 most cruel human being in hindi |
दोस्तों आज हम आपको बताने जा रहे है। मानव इतिहास के अब तक के सबसे क्रूर इंसानों के बारे में। ये वे लोग है जो हर चीज को अपने मन मुताबिक करवाने के लिए किसी भी हद तक गए। हमे यह हमेशा याद रखना चाहिए कि ताक़त और अतिमहत्वाकांक्षा ये दोनो मिल कर धरती को नर्क बनाने की ताकत रखती है। इन दोनों का अगर किसी नेता या किसी व्यक्ति में मौजूद है तो यह जरूरी है कि आप उससे दूरी ही बनाये रखें। जहाँ तक हो सके उसके बढ़ते हुए कदमों को रोकने का प्रयास करें। अन्यथा उस व्यक्ति को तानाशाह बनने में ज्यादा समय नही लगता।
आज हम एक नज़र ऐसे ही दुनिया भर के तानाशाहों पर डालेंगे जिनकी सनक ने लाखों बेगुनाह और मासूम लोगो की जान ली।
1. माओ त्से तुंग
माओ त्से तुंग आधुनिक चीन की नींव रखने वाले व्यक्ति है। लेकिन इनके अपने हाथ भी अपने ही लोगो के खून से रंगे हुए है। माओ त्से तुंग ने 1958 में सोवियत संघ रूस से आर्थिक मॉडल चुरा कर विकास का नारा दिया। माओ की सनक ने उसके अपने ही लोगों की जान ले ली। माओ की सनक 4.5 करोड़ लोगो की जान ले ली, उसके बाद माओ ने सांस्कृतिक क्रांति का नारा दे कर फिर से 3 करोड़ लोगों की जान ली।
2. एडोल्फ हिटलर
हिटलर की क्रूरता के बारे में तो आप सभी ने सुना होगा। जर्मनी के नाजी तानाशाह एडोल्फ हिटलर की अपरोधों की लिस्ट बहुत लंबी है। हिटलर ने जब जर्मनी की सत्ता पर पूरा अधिकार कर लिया। जर्मनी के लोकतांत्रिक व्यवस्था में जब विपक्ष बचा ही नही। तब एडोल्फ हिटलर ने 1.1 करोड़ लोगों की हत्या का आदेश दिया। उन मरने वाले लोगों में 60 लाख यहूदी थे, इसी के साथ ही उसने दुनिया को दूसरे विश्व युद्ध में भी धकेल दिया। इस दूसरे विश्व युद्ध में 7 करोड़ से भी ज्यादा जाने गयी। युद्ध के खत्म होते ही पकड़े जाने के डर से एडोल्फ हिटलर ने खुद को बाद में गोली मार ली। लेकिन खुद को गोली मारने से पहले उसने अपनी बीवी और कुत्ते को गोली मारी।
3. जोसेफ स्टालिन
सोवियत संघ रूस के संस्थापकों में से एक व्लादिमिर लेनिन के मुताबिक जोसेफ स्टालिन रूखे स्वभाव का व्यक्ति था। जब लेनिन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद सोवियत संघ का कमान स्टालिन ने संभाला। स्टालिन ने दूसरे विश्व युद्ध को खत्म करने में बड़ी भूमिका निभाई। लेकिन वही स्टालिन ने सत्ता में आते ही अपने सभी विरोधियों को मौत के घाट उतार डाला। स्टालिन ने अपने 31 साल के राज में 2 करोड़ लोगो को मरवा दिया।
4. पोल पॉट
कंबोडिया में खमेर रुज आंदोलन के नेता पोल पॉट ने सत्ता में आने के बाद अपने चार साल के कार्यकाल में ही 10 लाख लोगों को मरवा डाला। इनमे से ज्यादातर लोग या तो भूख से मरे या फिर जेल में यातनाओं की वजह से मरे। हजारों की तादाद में लोगो की हत्या करवाई गई। 1998 तक पोल पॉट के गुरिल्ला कंबोडिया के जंगलों में मौजूद रहे।
5. मेनगिस्तु हाइले मरियम
इथियोपिया के कम्युनिस्ट तानाशाह से अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ लाल आतंक अभियान छेड़ा। इस लाल आतंक अभियान में 1977 से लेकर 1978 तक लगभग एक साल के अंदर ही उसने करीब 5 लाख लोगों को मरवा दिया। उसके बाद 2006 में इथियोपिया ने उसे जनसंहार का दोषी करार दिया और उसे मौत की सज़ा सुनाई। लेकिन मरियम सज़ा से बचने के लिए भाग कर जिम्बाब्बे चला गया।
6. किम जोंग इल
दुनिया के लगभग सभी तानाशाहों में किम जोंग इल ही ऐसा तानाशाह है। जिसे उत्तर कोरिया के लोग आज भी भगवान जैसा पूजते है। किम जोंग इल ने लाखों बेगुनाहों और मासूमो को मौत के घाट उतार दिया। किम जोंग के कार्यकाल में 25 लाख लोग गरीबी और कुपोषण से मरे। किम जोंग ने अपने देश की आम जनता की परेशानियों को दूर करने के बजाए सिर्फ सेना पर ध्यान दिया। फिर उसी सेना का इस्तेमाल करके उसने अपने ही लोगो पर गोलियाँ भी चलवाई।
7. फ्रांकोइस डुवेलियार
डुवेलियार ने सन 1957 में हैती का कमान संभाला। यही से उसके तानाशाह बनने की शुरुआत भी हुई। सत्ता पाते ही डुवेलियार ने अपने हजारों विरोधियों को मरवा दिया। डुवेलियार यह दावा करता था कि वो लोगो को मारने के लिए काले जादू का इस्तेमाल करता था। हैती में उसे पापा डुवेलियार के नाम से जाना जाता है। 1971 में जब डुवेलियार कि मौत हुई तो उसकी जगह उसके बेटे ने गद्दी संभाली और वह भी अपने बाप की तरह तानाशाह बना।
उम्मीद है दोस्तो यह जानकारी आपके इतिहास के बारे में समझ को बढ़ाएगी और आप का जनरल नॉलेज में भी वृद्धि हुई होगी। अगर आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आया तो इसे अपने दोस्तो के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
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