क्या ब्राह्मण में किसी और जगह पर जीवन मौजूद है ?

Md Danish Ansari
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extra terestrial life

जब मैं छोटा बच्चा था तो अक्सर आसमान में चमकते सितारों की और देखता और सोचता आसमान में इतने सारे छोटे बल्ब किसने जलाये रखा है. जैसे जैसे बड़ा हुआ तो पता चला की ये सितारे हमारे सूर्य से भी बड़े है फिर पता चला की ये छोटे इस लिए दीखते है क्योकि ये हमसे बहुत ज्यादा दूर है.
आगे स्कूल में पढने को मिला की इन सितारों के भी अपने ग्रह है और इन ग्रहों के अपने चाँद भी है. ऐसे में मेरे मन में अक्सर यह सवाल रहता है की क्या हमारी पृथ्वी की तरह भी क्या इन सितारों के बिच कोई ऐसा ग्रह है जहाँ जीवन हो. जहाँ हमारी तरह ही लोग रहते हो यह सवाल और इसके जवाब की तलाश में मैं लगा रहा. अतीत और वर्तमान से कुछ मैंने अपने सवालो के जवाब पाए है. उन्ही को आप के साथ शेयर कर रहा हूँ उम्मीद है आपको पसंद आएगा.

क्या ब्रह्म अंतरिक्ष में जीवन मौजूद है ?

आज से पाँच सौ साल पहले रोम में एक व्यक्ति था जो महान गणितज्ञ होने के साथ साथ खगोलशास्त्री भी था. उनका नाम है महान विचारक गीआर्दनो ब्रुनो इन्होने ने ही सबसे पहले खुद से ये सवाल किया की क्या. अंतरिक्ष में कही और भी हमारी पृथ्वी की तरह जीवन संभव है. लेकिन वे कभी भी अपने इस सवाल का जवाब नहीं ढूंड पाए इसकी वजह थी उन्हें रोम की सडको पर जिन्दा जला कर मार दिया गया.
उस वक़्त रोम और दुसरे देशो में इसाई लोग चर्च पर ज्यादा भरोषा करते थे इसी लिए हर नए विचार को तर्क को चर्च की विचार से जा कर टकराना लाज़मी था. चर्च का मानना था की हमारी पृथ्वी के अलावा कोई और ऐसी दुनिया नहीं जहाँ जीवन हो. जबकि गीआर्दनो ब्रुनो कहते रहे ऐसा संभव हो सकता है क्योकि अन्तरिक्ष अनंत है इस लिए जीवन की सम्भावना भी होनी चाहिए.
उन्हें जिन्दा जला कर मार डाला गया लेकिन उससे पहले उन्हें अपमानित करने के लिए उन्हें नंगा करके रोम की सडको पर उल्टा लटका दिया गया. अंतरिक्ष मे अनगिनत संतो, करोड़ो पोप, अरबो चर्चो और एकाधिक जीसस की संभावनाओ को समाप्त करने का चर्च के पास सबसे आसान उपाय था, उस विचारक को जिन्दा जला देना और चर्च ने वही किया.
गीआर्दनो ब्रुनो के साथ किये गए इस घटिया व्यवहार का बदला वो हर हफ्ते एक तरह से लेते है. जबकि विज्ञान आज इतना आगे बढ़ गया है और हर रोज किसी नए ग्रह या तारे की खोज की जा रही है लेकिन एक प्रश्न अभी भी है.

मंदाकिनी आकाशगंगा मे तारो के ग्रह तो है लेकिन  कितने ग्रह पर जीवन हो सकता है ? और यदि जीवन है कितने ग्रहो पर मानव के जैसे बुद्धिमान जीवन है ?

परग्रही जीवो से मुलाकात की कल्पना हमारे समाज , हमारे लेखको को रोमांचित करते रही है. अखबारो मे , टीवी मे अनजानी उड़नतश्तरीयो के दिखायी देने के समाचार आम है. बालीवुड से लेकर हालीवुड की फिल्मो ने परग्रही जीवो पृथ्वी पर आते दिखाया है, चाहे “इंडीपेन्डेंस डे” के आक्रांता परग्रही हो, ’एम आई बी’ के आंतकी परग्रही, ’इटी’ के दोस्ताना परग्रही या हिन्दी की ’कोई मील गया’ का जादू .
आप लोगो को शायद याद हो या ना हो 1950 में एक खबर उडी थी की मंगल ग्रह पर M अक्षर उकेरा हुआ दिखा है. बहुत से लोगो ने यह कहा की यह मंगल ग्रह के लोगो के द्वारा पृथ्वी वासियों के लिए एक सन्देश है. वही दूसरी और निराशवादी लोगो ने यह कहा की यह M अक्षर नहीं बल्कि W अक्षर है जिसका मतलब यह निकाला गया “War”
खैर इसमें कितनी सच्चाई थी और कितना झूट ये तो नासा ही बता सकता है. लेकिन आज हम इतना तो जानते है की हम ज्यादा देर तक इस अंतरिक्ष में जीवित रहने वाले अकेले बुद्धि जीव तो हरगिज नहीं हो सकते है. सम्भावना बहुत ज्यादा है मगर सभी ग्रहों की दुरी हमारे बिच सबसे बड़ी अड़चन है. चाँद तक जाने में ही हमे एक हफ्ते से ज्यादा समय लग जाता है.
अगर मानवजाति को जल्द से जल्द परग्रही जीवो की खोज करना है तो उसे ऐसी टेक्नोलॉजी का विकाश करना होगा. जो कम से कम प्रकाश की रफ़्तार से चल सके क्योकि प्रकाश की रफ़्तार से ज्यादा speed हम पा भी नहीं सकते है. खैर आप सबको निराश होने की जरुरत नहीं है वैज्ञानिक अलग अलग तरीके खोज रहे है जिससे परग्रही जीवन की खोज की जा सके और मुझे ऐसा लगता है की अगर विश्व में सब कुछ ठीक रहा तो अगले 50 साल के अन्दर हमे कोई न कोई अच्छी खबर सुनने को मिल ही जाएगी.

Is there any life in Univers anywhere else ?

अलग अलग वैज्ञानिकों के अपने अपने तर्क है जीवन की सम्भावना को लेकर कुछ वैज्ञानिकों का मानना है की ब्रह्माण्ड में जीवन ज्यादा से ज्यादा स्थानों पर जीवन स्वतन्त्र रूप से फैला होगा लेकिन वही कुछ का मानना है की नहीं बल्कि जीवन रहने लायक परिस्थितियों वाली जगहों पर ही पनपा होगा. और धूमकेतु और उल्काओ के जरिये यह एक ग्रह से किसी दुसरे ग्रह पर फैलता गया होगा.
परग्रही जीवन की संभावना (जहां या तो जीवन है या जीवन रहा होगा) वाले ज्ञात ग्रहो मे  शुक्र, मंगल, बृहस्पति का चन्द्रमा युरोपा, शनि के चन्द्रमा टाईटन,एनक्लेडस और सौर बाह्य ग्रह जैसे ग्लीसे 581 सी,जी और डी शामील है।
बहुत से लोग कहते है की उन्होंने उड़न तस्तरी देखा है जिसे हम UFO (Unidentified Flying Object) कहते है. लेकिन अभी तक ऐसी कोई घटना नहीं हुई जिससे वैज्ञानिक इन घटनाओ की सत्यता की जाँच कर पायें. वैसे UFO देखने की घटनाये तो सेकंड वर्ल्ड वॉर से पहले ही से सुनी जा रही है. लेकिन इस तरह की खबरों पर इससे पहले बिलकुल भी ध्यान नहीं दिया गया.
सेकंड वर्ल्ड वॉर के बाद दुनिया भर की अलग अलग सरकारों ने इस तरह की होने वाली घटनाओं की जाँच के आदेश दिए गए. यह देखने के लिए की कही यह उनके दुश्मन देशो की कोई हरकत तो नहीं है या फिर यह सच मुच में कोई ऐसी अनोखी घटना है जिस पर हमने अभी तक ध्यान नहीं दिया है. लेकिन जब उन सभी घटनाओं की जाँच हुई जिसमे UFO देखने की बात कही गयी थी वह सब झूठी ही निकली या फिर उन पर किसी ने यकीं ही नहीं किया.
खैर इस तरह की सभी बातों से एक बात तो साफ़ है की अभी तक हम अन्तरिक्ष में मौजूद कही भी जीवन की सम्भावना को खोजने में पूरी तरह नाकाम रहे है. लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है की जीवन की सम्भावना नहीं है जैसा की हमने कहा है की ब्राह्मण अनंत है और इसमें जीवन की सम्भावना भी अनंत है, इसी लिए दोस्तों निराश होने की जरुरत नहीं बस जरुरत है तो आशावादी बने रहने की आज नहीं तो कल हमे एक अच्छी खबर जरुर सुनने को मिलेगी.
ज्ञान विज्ञान से जुड़ा हुआ यह हमारा दूसरा पोस्ट है अगर आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आया तो हमारे ब्लॉग को सब्सक्राइब कीजिये और इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करना ना भूले.
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